ऐसे दया के धाम। गुरूजी तुम्हें करते हैं शत-शत प्रणाम।। ऐसे दया के धाम। गुरूजी तुम्हें करते हैं शत-शत प्रणाम।।
अकेले-अकेले कब तक व्यतीत होगा यह जीवनकाल, प्रेम बंधन की अनगिनत बातें सजीव रहेंगी जीवनकाल... अकेले-अकेले कब तक व्यतीत होगा यह जीवनकाल, प्रेम बंधन की अनगिनत बातें सजीव रहेंग...
एक पल के महत्व को जो समझे वह जीवन में हो जाए सफल एक पल के महत्व को जो समझे वह जीवन में हो जाए सफल
हर रात की सुबह अवश्य होती है, रजनी अपनी सतह पर किरणों को बोती है। हर रात की सुबह अवश्य होती है, रजनी अपनी सतह पर किरणों को बोती है।
अकेले हो तो अपने अकेलेपन से बात करो.... अकेले हो तो अपने अकेलेपन से बात करो....
यह कविता मानव जीवन मे पानी के महत्व पर प्रकाश डालती है। पानी के संचय, संरक्षण और मितव्ययिता पर भी बल... यह कविता मानव जीवन मे पानी के महत्व पर प्रकाश डालती है। पानी के संचय, संरक्षण और...